'यज्ञ से कोरोना पर काबू पाना संभव'
यज्ञ से कोरोना पर काबू पाना संभव'
कोलकाता : कोरोना का इलाज है, वहां कोरोना का प्रकोप नहीं हुआ विश्व में कहीं नहीं है। लगभग 150 है। यज्ञ से सुगंध आधा किलोमीटर करोड़ साल पहले अथर्ववेद में ईश्वरी तक जाती है। घर-घर यज्ञ होने ज्ञान में कहा गया है कि वातावरण वातावरण शुद्ध होगा और कोरोना से में जीवाणुओं का विनाश यज्ञ से निजात मिलेगी कोरोना से बचने के संभव है। जिसमें गूगल, पीपल, लिये सुपाच्य भोजन जरूरी है। इसके जटाधारी, देसी गाय का घी, गोबर अलावा अदरक, दूध में हल्दी, के कंडे, आम की लकड़ी, नीम तुलसी पत्ते का सेवन जरूरी है। गोरा पत्ता को मिलाकर यज्ञ करने से हवा चंदानी गुलिका का सेवन भी शुद्ध होता है और कोरोना पर काबू लाभदायक है। शरीर में रोग पाना संभव है। वेद प्रचार ट्रस्ट के प्रतिरोधक शक्ति बढ़ेगा प्रमुख सरिता जी सराफ ने अपने वक्तव्य में बताया कि गत फरवरी महीने से कि कोरोना से बचने के लिये कोलकाता में प्रतिदन 20 से 30 जगहों पर यज्ञ का आयोजन किया जा हैं । अब तक 11 लाख आहुति दी गई हैं । निजी भवनों में भी बड़ी संख्या में लोग इस यज्ञ का आयोजन कर रहे हैं । यह देखा गया है कि जहां जहा यह यज्ञ हुआ है वह वहां कोरोना का प्रकोप नहीं है । इस यज्ञ मेंबबीता बागड़िया , पिंकी धनुका अंजना गाड़ोदिया सुमन केडिया अंजू कंदोई सक्रिय भूमिका में नजर आईं।
वहीं इस यज्ञ के विषय में उत्तर कोलकाता की मारवाड़ी महिला समिति द्वारा हमारे संवादाता को बताया गया ।
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